हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता | Humare Sath Shri Raghunath To Kis Baat Ki Chinta | Ram

Details
Title | हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता | Humare Sath Shri Raghunath To Kis Baat Ki Chinta | Ram |
Author | Upasana Mehta Bhajan |
Duration | 6:17 |
File Format | MP3 / MP4 |
Original URL | https://youtube.com/watch?v=gZGlAAEudN4 |
Description
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता | Humare Sath Shri Raghunath To Kis Baat Ki Chinta | Ram
Listen to this Shyam Bhajan ( ) and Indulge in the Bhakti of Shyam Ji
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⭐Song : Humare Sath Shri Raghunath To Kis Baat Ki Chinta
⭐Singer : Upasana Mehta
⭐Lyrics :
⭐Music: Binny Narang (9991980610)
⭐Video: Shalini Sharma (7015960610)
⭐Label : Upasana Mehta Bhajan
⭐Producer: Bhakti Sadhna (9466651081)
⭐Category: Hindi Devotional (Shyam Bhajan)
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🎵Gaana https://gaana.com/artist/upasana-mehta
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▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️Lyrics✍️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️▪️
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता
शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता
शरण में रख दिया जब माथा तो किस बात की चिंता
किया करते हो तुम दिन रात क्यों बिन बात की चिंता
किया करते हो तुम दिन रात क्यों बिन बात की चिंता
किया करते हो तुम दिन रात क्यों बिन बात की चिंता
किया करते हो तुम दिन रात क्यों बिन बात की चिंता
तेरे स्वामी,
तेरे स्वामी को रहती है, तेरे हर बात की चिंता
तेरे स्वामी को रहती है, तेरे हर बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता
न खाने की, न पीने की, न मरने की, न जीने की
न खाने की, न पीने की, न मरने की, न जीने की
न खाने की, न पीने की, न मरने की, न जीने की
रहे हर स्वास
रहे हर स्वास में भगवान के प्रिय नाम की चिंता
रहे हर स्वास में भगवान के प्रिय नाम की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता
विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में
विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में
विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में
उन्ही का हा, उन्ही का हा
उन्ही का हा कर रहे गुण गान तो किस बात की चिंता
उन्ही का हा कर रहे गुण गान तो किस बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता
हुई भक्त पर किरपा बनाया दास प्रभु अपना
हुई भक्त पर किरपा बनाया दास प्रभु अपना
हुई भक्त पर किरपा बनाया दास प्रभु अपना
उन्ही के हाथ,
उन्ही के हाथ में अब हाथ तो किस बात की चिंता
उन्ही के हाथ में अब हाथ तो किस बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता
शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता
शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता
किस बात की चिंता, अरे किस बात की चिंता
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